सूर्य ग्रहण विशेष
दिनांक 21 जून रविवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण होगा जो कि भारत में दिखेगा।अतः इस ग्रहण का नियम पालन आवश्यक होगा।
ग्रहण का स्पर्श प्रात:-09/16
ग्रहण का मध्य मध्याह्न 12:10
ग्रहण का मोक्ष मध्याह्न -03/04
ग्रहण का सूतक(छाया)12 घंटा पूर्व अर्थात दिनांक 20 जून शनिवार को रात 10/31 से प्रारंभ हो जाएगा दूसरे दिन दोपहर 03/04 तक रहेगा।
💥 सूतक लग जाने पर मंदिर में प्रवेश करना,मूर्ति को स्पर्श करना,भोजन करना,शयन करना,यात्रा करना इत्यादि कार्य वर्जित है
ग्रहण काल में भोजन और पानी का शास्त्रमत से निषेध है पर गर्भवती/रोगी,वृद्ध एवं छोटे बच्चों को शास्त्रमत से छूट है।
भोजन सामग्री ,दूध ,दही ,घी इत्यादि सामग्री में कुश अथवा तुलसी दल रख दें।
💥गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए।
गर्भवती महिलायें पेट पर गाय का गोबर का पतला लेप लगायें अथवा गेरु लगावे।
ग्रहण के पश्चात स्नानदान करके भोजन करें।
💥ग्रहणकाल में किया गया जप या पाठ विशेष फल देता है अतः इस अवधि में विशेषकर अपने इष्ट का ध्यान और गुरु प्रदत्त मन्त्र का जप व ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मन्त्र का जाप करना फलदायी माना जाता है
💥 वृष, मिथुन, कर्क, तुला, वृश्चिक, धनु, कुम्भ एवं मीन
राशियों वाले जातकों के लिए इस ग्रहण का प्रभाव शुभ नही है,
यदि गोचर,महादशेश या अन्तर्दशेश प्रतिकूल है तो इसका प्रभाव अतिकष्टकारक हो सकता है ऐसी स्थिति में सम्यक ग्रहोपचार और अधिक से अधिक अपने इष्टदेव का ध्यान ,जप,हवन एवं दानादि यथासंभव अवश्य करना चाहिए।
ज्योतिष गुरु वेद प्रकाश
9833525311