निष्काम सेवक जत्थे द्वारा संचालित निष्काम राहत रसोई में आज एक और अध्याय जुङा। जिसमे संस्था नें ढाई माह से चल रहें लंगर के साथ-साथ आयुर्वेदिक काढ़ा तैयार कर लंगर के रूप में बांटा। संस्था के अध्यक्ष जसमीत सिंह नें जानकारी दी कि कोविङ19 जिसनें दिनों दिन अपना कहर ढ़ानें में कोई कसर नही छोङी है और इसका असर सबसे पहले और सबसे अधिक सांस की नली के रास्ते ही मानव शरीर पर पङ रहा है जिसके लिए प्राथमिक तौर पर आयुर्वेदिक उपचार को ही प्रयोग में लाकर बचाव के प्रयास खोजें जा रहें हैं जिसके चलतें संसार भर में काढ़े के सेवन को उपयुक्त माना गया है उसी कङी में दो दिन पहलें निष्काम राहत रसोई में संस्था के एक सदस्य जितेन्द्र सिंह द्वारा एक प्रयोग के तौर पर निष्काम परिवार के लिए काढ़ा तैयार कर सेवन कराया गया जो कि रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढानें में सहायक है।
उसके बाद आज निष्काम परिवार नें स्वंय के सेवन के साथ ही इस काढ़े के लंगर को लगानें का भी फ़ैसला किया और निष्काम राहत रसोई में आज नौ आयुर्वेदिक पदार्थों से निर्मित करतें हुए यह नवरत्न काढ़ा तैयार कर गोविन्दपुरी के अग्रसेन पार्क पर लगाया गया जंहा पर राह चलतें लोगो को कोरोना वायरस के लिए जागरूक करतें हुए इस काढ़े का सेवन कराया गया। संस्था के सदस्य जितेन्द्र सिंह नें बताया कि इसमें नौ आयुर्वेदिक पदार्थों का इस्तेमाल किया गया है जिसका कोई साईड इफेक्ट नहीं है तथा कोरोना के संकट से प्राथमिक एहतियात के तौर पर अपनें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के उद्देश्य से इस काढ़े को अपनें घरों पर भी तैयार करके प्रतिदिन कम से कम दो या तीन बार इसका सेवन जरूर करना चाहिए।