कोरोना संक्रमण के कारण शुभ कार्यक्रमों में मानो ग्रहण सा लग गया है कोरोनावायरस संक्रमण को रोकने के चलते बनाई गई नीतियों का सर्वाधिक असर विवाह मंडप बैंकट हॉल व गार्डन संचालकों पर पड़ा है शहनाई ना बजने से हलवाई, घोड़ा, बग्गी, वेटर और सजावट करने वाले लोग बेरोजगार हो गए हैं ऐसे में बैंकट हॉल व टेंट का व्यवसाय ही नहीं किराना, फल, सब्जी, सराफा, कपड़ा, कार्ड के साथ-साथ कुटीर उद्योग में भी दोना, मिट्टी के गिलास, सकोरो, कटोरी और पत्थर आदि के कारोबार बिल्कुल ठप हो गए हैं अनलॉक-1 जारी होते ही लोगों को राहत जरूर मिली है लेकिन मंडल संचालकों के सामने समस्या जस की तस है नई गाइडलाइन के चलते 30 व्यक्ति ही शुभ कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे ऐसे में मंडप संचालकों का खर्च नहीं निकल पाएगा स्थल बुकिंग और प्लेट के हिसाब से नाश्ता खाना तय होता है लेकिन कम संख्या में इन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है ऐसे में संचालकों के शुभ कार्यक्रमों की बुकिंग करने में भी आनाकानी कर रहे हैं अगर मंडप संचालकों की मानें तो नगर में करीब सैकड़ों की संख्या में मैरिज होम है इनमें ऑन सीजन में मैनेजर, चौकीदार, स्वीपर और माली की ड्यूटी 24 घंटे रहती है ऐसे में संचालक घर से ही ऐसे कर्मचारियों को वेतन दे रहे हैं