मनरेगा कन्वर्जेन्स में दिए गए प्रस्तावों के अनुरूप पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कराएं अधिकारी-आयुक्त श्री महेन्द्र कुमार
मनरेगा कन्वर्जेन्स में 2067 लाख के खर्च से कराएं जाएगें 927 कार्य-सीडीओ शशांक त्रिपाठी
देवीपाटन मण्डल के आयुुक्त श्री महेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में मनरेगा कन्वर्जन्स को लेकर विकास भवन सभागार में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें आयुक्त ने सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने विभागों द्वारा मनरेगा कन्वर्जेन्स को लेकर दिए गए प्रस्तावों के अनुसार पूरी पारदर्शिता के साथ कार्य कराना सुनिश्चित कराएं ताकि मनरेगा कन्वर्जेन्स के कार्यों में कोई अनियमितता न होने पावे। कार्यशाला में मनरेगा कार्यों से जुड़े विभिन्न विभागों के अधिकारियों को उनके विभागों द्वारा मनरेगा योजना के तहत कराए जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में मण्डलायुक्त ने सभी सम्बन्धित विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए िकवे कार्यशाला में अपने-अपने विभागों द्वारा मनरेगा कन्वर्जेन्स को लेकर दिए गए प्रस्तावों के अनुसार कार्य कराने के लिए निर्धारित प्रक्रियाओं व बारीकियों कोे अच्छे से समझ लें जिससे मनरेगा अभिसरण में किसी भी प्रकार की दिक्कत या अनियमितता की बात न आने पावे। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि कोविड-19 के कारण जनपद में आए प्रवासी श्रमिकों का विशेष ध्यान मनरेगा कन्वर्जेन्स के तहत कराए जाने वाले कार्यों में रखा जाय ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया हो सके और उनके समक्ष रोजी-रोटी का संकट न आने पावे।
कार्यशाला में मुुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान वित्तीय वर्ष में मनरेगा कन्वर्जेन्स हेतु पीडब्लूडी के 746 कार्य, सिंचाई विभाग के 65 कार्य, वन विभाग के 08 कार्य, भूमि विकास विभाग के 08, आईडब्लूएमपी के 14, उद्यान विभाग के 80 कार्य, कृषि विभाग के 05 कार्य तथा रेशम विभाग का 01 सहित कुल 927 कार्य 2067 लाख रूपए की लागत से कराए जाएगें। उन्होंने बताया कि 08 विभागों के 927 मनरेगा कार्यों में 09 लाख 90 हजार 971 मानव दिवसों का लक्ष्य रखा गया है। कार्यशाला में विभिन्न विभागों द्वारा 854 प्रस्ताव दिए गए। कार्यशाला में अधिकारियों को मनरेगा कन्वर्जेन्स से कराए जााने वाले कार्यों की जियो टैगिंग सहित अन्य सभी सूचनाएं अपडेट करने के सम्बन्ध में तकनीकी जानकारियां दी गईं।
कार्यशाला में डीसी मनरेगा हरिश्चन्द्र प्रजापति, डीएफओ आर0के0 त्रिपाठी, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी सदानन्द चाौधरी, जिला विद्यालय निरीक्षण अनूप श्रीवास्तव, एक्सईएन पीडब्लूडी व सिंचाई, उद्यान निरीक्षक अनिल शुक्ला सहित अन्य सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
श्याम बाबू कमल