गौशालों में सभी जरूरी प्रबन्धों के लिए तय होगी बीडीओ की जिम्मेदारी, लापरवाही पर होगी कार्यवाही-सीडीओ
गोंडा जनपद में संचालित सभी गौशालाओं में दो दिन के भीतर अनुरक्षकों तथा रात्रि चैकीदार की तैनाती कर दी जाय अन्यथा सम्बन्धित गौशाला क्षेत्र के बीडीओ, ग्राम प्रधान व सचिव के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाएगी। यह चेतावनी मुख्य विकास अधिकारी शशांक त्रिपाठी ने विकास भवन सभागार में आयोजित गौ संरक्षण एवं अनुश्रवण, मूल्यांकन समिति की बैठक में दी है। बैठक में सीडीओ श्री त्रिपाठी ने खण्ड विकास अधिकारियों को शिथिल पर्यवेक्षण के लिए जिम्मेदार मानते हुए कड़ी फटकार लगाई तथा चेतावनी दी कि यदि किसी भी गौ शाला में गौवंश की मृत्यु लापरवाही के कारण हुई तो निश्चित ही उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि गौ शालाओं में नर व मादा गौ वंशों को अलग-अलग रखने का प्रबन्ध शीघ्र कराया जाय जिससे गौवंश लड़कर न मरने पावें। उन्होंने गौ शालाओं में अनुरक्षण कार्य के लिए तत्काल प्रभाव से गौवंशों की संख्या के अनुसार अनुरक्षकों की तैनाती तथा रात्रि में देखभाल के लिए रात्रि चैकीदार रखने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी खण्ड विकास अधिकारियों को दो दिन की मोहलत देते हुए गोशालाओं में सभी जरूरी प्रबन्ध ठीक कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने गौशालाओं में मृत होने वाले गौ वंशों के शवों के समय से निस्तारण न होने पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए खण्ड विकास अधिकारियों व पशु पालन विभाग के डाक्टरों की जिम्मेदारी तय करते हुए कार्यवाही की चेतावनी देते हुए कहा है कि गौ वंशों की मृत्यु के तुरन्त बाद उनके शवों का निस्तारण सुनिश्चित कराया जाय। गौशालाओं में सभी व्यवस्थाएं दुरूस्त रहें, इसके लिए खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे गोशाला वाले गांवों के ग्राम प्रधान व सचिवों की साप्ताहिक बैठक कर उसकी समीक्षा करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि खण्ड विकास अधिकारी स्वयं गौशालाओं का निरीक्षण करें तथा वहंा पर आवश्यक व्यवस्थाएं दुरूस्त कराएं।
बैठक में पीडी सेवाराम चाौधरी, डीसी मनरेगा हरिश्चन्द्र प्र्रजापति, डीपीआरओ सभाजीत पाण्डेय, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी, तथा खण्ड विकास अधिकारीगण, पशु चिकित्साधिकरीगण व अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।
श्याम बाबू कमल