गाजियाबाद में बदमाशों का खौफ इतना हो गया है कि कोई भी अपराधियों के खिलाफ बोलने को तैयार नही यदि कोई पत्रकार इसके खिलाफ बोलता है तो वह पत्रकारों पर भी गोली चलाने से नही चूकते। बताते चलें एक पत्रकार जिसका नाम विक्रम जोशी है ने अपनी भांजी के छेड़ने की शिकायत पुलिस को दी थी लेकिन पुलिस ने ना ही उसमें कोई कार्यवाही की और ना ही किसी की गिरफ्तारी की। शिकायत करने से नाराज बदमाशों ने पत्रकार को गोली मार दी। पत्रकार गाजियाबाद के यशोदा हॉस्पिटल में जिंदगी और मौत से अस्पताल में लड़ रहा है।
परिजनों की माने तो परिजनों का यह कहना है कि यदि पुलिस शिकायत करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार कर लेती तो आज यह दिन देखना नहीं पड़ता और विक्रम सही सलामत अपने घर पर होता पुलिस की इसी शिथिलता कार्यशैली से अपराधी गाजियाबाद में बेखौफ घूम रहे हैं जिसका खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है लेकिन अब तो इससे पत्रकार भी अछूते नहीं रहे। इस कृत्य से जिले के पत्रकारों में भारी रोष है एवं पत्रकारों की मांग है कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा प्रशासन द्वारा दिलाई जानी चाहिए।