आज का हिन्दू पंचांग ~ 🌞
⛅ दिनांक 22 मई 2020
⛅ दिन – शुक्रवार
⛅ विक्रम संवत – 2077 (गुजरात – 2076)
⛅ शक संवत – 1942
⛅ अयन – उत्तरायण
⛅ ऋतु – ग्रीष्म
⛅ मास – ज्येष्ठ (गुजरात एवं महाराष्ट्र अनुसार वैशाख)
⛅ पक्ष – कृष्ण
⛅ तिथि – अमावस्या रात्रि 11:08 तक तत्पश्चात प्रतिपदा
⛅ नक्षत्र – कृत्तिका 23 मई रात्रि 03:09 तक तत्पश्चात रोहिणी
⛅ योग – शोभन सुबह 06:27 तक तत्पश्चात अतिगण्ड
⛅ राहुकाल – सुबह 10:45 से दोपहर 12:24 तक
⛅ सूर्योदय – 05:59
⛅ सूर्यास्त – 19:11
⛅ दिशाशूल – पश्चिम दिशा में
⛅ व्रत पर्व विवरण – दर्श-भावुका अमावस्या, शनि जयंती
💥 विशेष – अमावस्या के दिन स्त्री-सहवास तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

🌷 स्कन्दपुराण‬ के प्रभास खंड के अनुसार
“अमावास्यां नरो यस्तु परान्नमुपभुञ्जते ।। तस्य मासकृतं पुण्क्मन्नदातुः प्रजायते”
🍲 जो व्यक्ति ‪अमावस्या‬ को दूसरे का अन्न खाता है उसका महिने भर का पुण्य उस अन्न के स्वामी/दाता को मिल जाता है।
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

🌷 समृद्धि बढ़ाने के लिए 🌷
🌙 कर्जा हो गया है तो अमावस्या के दूसरे दिन से पूनम तक रोज रात को चन्द्रमा को अर्घ्य दे, समृद्धि बढेगी ।
🙏🏻 दीक्षा मे जो मन्त्र मिला है उसका खूब श्रध्दा से जप करना शुरू करें , जो भी समस्या है हल हो जायेगी ।
🙏🏻 – श्री सुरेशनंदजी -12th April 08, Sagar(M.P.)
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

🌷 खेती के काम में ये सावधानी रहे 🌷
🚜 ज़मीन है अपनी… खेती काम करते हैं तो अमावस्या के दिन खेती का काम न करें …. न मजदूर से करवाएं | जप करें भगवत गीता का ७ वां अध्याय अमावस्या को पढ़ें …और उस पाठ का पुण्य अपने पितृ को अर्पण करें … सूर्य को अर्घ्य दें… और प्रार्थना करें ” आज जो मैंने पाठ किया …अमावस्या के दिन उसका पुण्य मेरे घर में जो गुजर गए हैं …उनको उसका पुण्य मिल जाये | ” तो उनका आर्शीवाद हमें मिलेगा और घर में सुख-सम्पति बढ़ेगी |
🙏🏻 – श्री सुरेशानंदजी Jiran 30th Jan’ 2012
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🌷 गंगा दशहरा प्रारंभ 🌷
➡ 23 मई 2020 शनिवार से गंगा दशहरा प्रारंभ ।
🙏🏻 जो गंगास्नान न कर पायें, वे 3 ढक्कन गंगाजल बाल्टी में डालकर गंगाजी की भावना करते हुए स्नान करें और शाम को गंगाजी के निमित्त दीपदान करें ।
🙏🏻 प्रेरणामूर्ति भारती श्रीजी
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

🌷 गंगा स्नान का फल 🌷
🙏🏻 “जो मनुष्य आँवले के फल और तुलसीदल से मिश्रित जल से स्नान करता है, उसे गंगा स्नान का फल मिलता है ।” (पद्म पुराण , उत्तर खंड)
🙏🏻 – Lok Kalyan Setu Dec’ 2012
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🌷 गंगा स्नान का मंत्र 🌷
🙏🏻 गंगा स्नान के लिए रोज हरिद्वार तो जा नही सकते, घर में ही गंगा स्नान का पुन्य मिलने के लिए एक छोटा सा मन्त्र है ..
🌷 ॐ ह्रीं गंगायै ॐ ह्रीं स्वाहा
🙏🏻 ये मन्त्र बोलते हुए स्नान करें तो गंगा स्नान का लाभ होता है | गंगा दशहरा के दिन इसका लाभ जरुर लें ….

🙏🏻 सुरेशनंदजी -12th October 2008, Faridabad

📖 हिन्दू पंचांग संपादक ~ अंजनी निलेश ठक्कर
📒 हिन्दू पंचांग प्रकाशित स्थल ~ सुरत शहर (गुजरात)
🌞 ~ हिन्दू पंचांग ~ 🌞

By upnews

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