वैशाली सेक्टर-चार में दिल्ली पुलिस के ट्रैफिक इंस्पेक्टर भी कोरोना संक्रमित हो गए। आरोप है कि इंस्पेक्टर को अस्पताल जाने के लिए देर शाम तक एंबुलेंस मुहैया नहीं करवाई गई। वहीं, वैशाली सेक्टर 13 में रहने वाली पार्षद भी कोरोना संक्रमित हो गई हैं। उनके पति का आरोप है कि दूसरे वार्ड की महिलाएं उनके घर राशन की मांग के लिए आती हैं, दरवाजा खटखटाती हैं। आशंका है कि इस दरवाजे को छूने से ही पार्षद को कोरोना हो गया है। पार्षद को राजेंद्र नगर स्थित अस्पताल में क्वारंटाइन किया गया है। इंस्पेक्टर ने बुधवार को अपना कोरोना टेस्ट करवाया था, बृहस्पतिवार को रिपोर्ट आई तो उनको संक्रमित होने का पता चला। दोपहर तीन बजे ही इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई। लेकिन उनको अस्पताल ले जाने के लिए देर शाम तक सोसायटी में एंबुलेंस नहीं आई। यह हाल तब है, जबकि सोसायटी में एक दिन पहले दारोगा के संक्रमित होने का पता चलने पर उनको भी एंबुलेंस नहीं मुहैया करवाई गई थी। दारोगा खुद अपनी गाड़ी से दिल्ली स्थित अस्पताल में जाकर भर्ती हुए। सोसायटी को बृहस्पतिवार को न तो सील किया गया, न ही सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई। दिन में दो बार सैनिटाइजेशन करवाया गया था, दो पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था। दोपहर को पुलिसकर्मी भी सोसायटी से चले गए। उधर, वसुंधरा निवासी पार्षद के पति ने बताया कि पार्षद इन दिनों घर से बाहर नहीं जाती थीं। जरूरतमंदों को राशन वितरण करने का काम वह खुद करते हैं। उन्होंने बताया कि घर पर दूसरे वार्ड के प्रहलादगढ़ी से जरूरतमंद महिलाएं राशन की मांग के लिए आती थीं, दरवाजा खटखटाती थीं। इस दरवाजे को ही छूने से पार्षद को कोरोना होने की आशंका है। उनको अस्पताल में भर्ती करवा दिया गया है।