भारत ने पिछले 70 वर्षों से पाकिस्तान द्वारा उसके कब्जे वाले जम्मू कश्मीर में इस तरह की हरकतों के होने पर आपत्ति जताई है। भारत ने बताया इस मामले में देश का रुख 1994 में संसद में पास हुए प्रस्ताव के अनुरूप ही है। उस प्रस्ताव में कहा गया था कि शिमला और लाहौर में हुए समझौतों का पालन करते हुए भारत इस मुद्दे को द्विपक्षीय बातचीत और शांतिपूर्ण ढंग से निपटाने में विश्वास रखता है।