गोवर्धन मथुरा विश्व प्रसिद्ध पवित्र तीर्थ स्थल गोवर्धन के 3 किलोमीटर पश्चिम में स्थित ग्राम जमुनावता Lockdown के चलते हिंसक जीव जन्तु गांवों में कर रहे हैं पलायन कुछ दिन पहले 20अप्रैल को गांव जमुनावता चौराहे पर ग्रामीणों की सहायता से एक लेपर्ड को पकड़ा गया था। उसके बाद 28 अप्रैल को सिद्धि विनायक कॉलेज के पीछे जंगल मे देखा गया और तुरंत ही वन विभाग की टीम को सूचना दी। जिला प्रशासन एवं वन विभाग को कि इन खतरनाक जंगली जानवरों को पकड़कर किसी सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाए क्योंकि गांव जमुनावता के लोगो मे भय व्याप्त है। लोंगो के द्वारा बताया गया है कि अभी 2 जंगली जानवर और हैं लोगों के देखने मे शायद लेपर्ड ही है जो कि अभी छोटा ही है ।
आज रात्रि में गजाधर के खेतों में किसानों ने भी तेंदुआ लेपर्ड विचरण करते देखा और आज सुबह करीब 4बजे गौशाला के निकट भी लोगों ने देखा फिर उसके बाद ओमप्रकाश के घर मे एक गाय को घायल करके भाग गया। जिला प्रशासन ऐसे खतरनाक जानवरों से गांव वालों को राहत दे की मांग निरंतर करते जा रहे हैं लेकिन वन विभाग गोवर्धन वन विभाग मथुरा एवं जिला प्रशासन पुलिस प्रशासन किसी संगीन घटना को वारदात देने की बाट देख रहा है वन विभाग की स्थिति तो बड़ी दयनीय हो गई है सूचना देने के बाद 2233 घंटे बाद आते हैं क्षेत्र में तेंदुए के आतंक के कारण भय व्याप्त हो गया है महिला व बच्चे घरों से नहीं निकल रहे हैं तथा जानवर जंगलों में नहीं जा रहे हैं इस स्थिति को देखते हुए शीघ्र आवश्यक कदम उठाते हुए लेपर्ड के परिवार को शीघ्र ढूंढ कर उचित स्थान पर भेजा जावे जिससे कि गोवर्धन क्षेत्र सहित ग्रामीण में कोई अप्रिय घटना न कर सके। ग्राम प्रधान लक्ष्मी देवी सैनी द्वारा भी जिला प्रशासन को वन विभाग को तेंदुए की जानकारी कई बार दे चुकी है लेकिन वन विभाग उदासीन बना हुआ है वह केवल यह बार देख रहा है कि कब घटना घटित हो आज एक गाय पर तो हमला कर दिया है पता नहीं जंगल में कितने जीव जंतुओं को हमला किया गया है लेपर्ड के कारण ग्रामवासी शहरवासी घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं
डॉ केशव आचार्य गोस्वामी